Hijab Row: हिजाब विवाद पर देशभर में हंगामा बरपा हुआ है. कर्नाटक हाईकोर्ट में मामले को लेकर लगातार सुनवाई चल रही है. इसी कड़ी में आज भी कोर्ट दोपहर 2.30 बजे हिजाब विवाद पर सुनवाई करेगा. बुधवार को केर्ट में मुस्लिम छात्राओं की ओर से कई दलीलें पेश की गईं. वकील ने कहा- लॉकेट, क्रॉस, चूड़ी, बिंदी पहनने पर प्रतिबंध नहीं तो सरकारी आदेश में सिर्फ हिजाब पर ही सवाल क्यों है?
वहीं, कर्नाटक सरकार हिजाब विवाद पर साफ कर चुकी है कि हाईकोर्ट का अंतरिम फैसला जो भी होगा उसका पालन किया जाएगा. सीएम बसवराज बोम्मई ने विधानसभा में ये बात कही है. वहीं, कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेन्द्र ने प्रदर्शनकारियों को दो टूक कहते हुए कहा कि अगर हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.
अखिलेश को मुसलमानों की कोई फिक्र नहीं- ओवैसी
हिजाब विवाद कर्नाटक हाईकोर्ट से लेकर सरकार तक सीमित नहीं है. इसका असर अब यूपी-मध्यप्रदेश-असम हर जगह दिख रहा रहा है और सबसे ज्यादा चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में मुद्दा गरमाया हुआ है. AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि, “अखिलेश को मुसलमान कहने से क्यों डर लगता है? कई मुस्लिम नेताओं के टिकट उन्होंने काट दिए. हिजाब पर बोलने से उन्हें डर लगता है. उन्हें मुसलमानों की कोई फिक्र नहीं है.”
बीजेपी हिंदू-मुस्लिम दंगा कराना चाहते हैं- राकेश टिकैत
वहीं इस मामले पर किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि, “यह सरकार हिजाब के मुद्दे में उलझी हुई है जबकि जनता बैंक घोटाले का हिसाब और किताब की बात कर रही है. यह स्कूल बंद रखकर देश की जनता को अनपढ़ करना चाहते हैं. बीजेपी हिंदू मुस्लिम दंगा कराना चाहती है.”
हिजाब कोई विवाद होना ही नहीं चाहिए- हेमंत बिस्वा
असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा का कहना है कि, “हिजाब को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए. आज शिक्षा पीछे चली गई है और हिजाब आगे आ गया है. लोगों ने माहौल बना दिया है कि शिक्षा से ज़्यादा ज़रूरी हिजाब है.” वहीं बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर का कहना है कि, “भारत में हिजाब की ज़रूरत नहीं यहां नारियों की पूजा होती है. मदरसों में हिजाब पहन कर जाइये मगर स्कूल कालेज में ये नहीं चलेगा. मुसलमान स्त्रियों को घर में हिजाब पहनना चाहिये क्योंकि उनको अपने घरों में परेशानी होती है.”
बीजेपी के नेता विरोधियों पर हिजाब को चुनावी मुद्दा बनाने का आरोप लगा रहे हैं तो विवाद जहां पैदा हुआ उस कर्नाटक में इन सबके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. SDPI यानी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक में शिक्षण संस्थानों में हिजाब और भगवा शॉल मुद्दे को शह देने का काम बीजेपी ने किया है.